०६०७  ज्ञान लक्षण निरंतर अनुभव मे आ रहा है तो लक्ष आत्मा की ही प्रसिद्धि क्यू अनुभव मे नही आ रहा⁉️

०६०७ ज्ञान लक्षण निरंतर अनुभव मे आ रहा है तो लक्ष आत्मा की ही प्रसिद्धि क्यू अनुभव मे नही आ रहा⁉️

Moksharthi Pariwar

2 месяца назад

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